Who is Mohammed Arbaaz? Arbaaz vlogs biography in Hindi 2025

Arbaaz vlogs biography in Hindi 2025:

सपने बड़े थे 10थ भी मैंने नहीं किया था उस समय मेरे पास रिलेटिव नहीं थे मेरे पास पैसे नहीं थे कुछ भी नहीं था बट एक चीज थी वो थी जुनून कि मुझे कुछ लाइफ में करना है उसके बाद मैंने बहुत सारी जगह जॉब ढूंढी मुझे अभी भी ध्यान है कि दिल्ली में बसंत गुज में एक थ्री स्टार होटल था मैं वहां बैटर का काम करने गया तो मैंने वहां एक दिन काम किया और मुझे अभी भी ध्यान है कि मैं वहां से पेमेंट भी नहीं ले पाया जब आपका नाम नहीं होता ना अब होटल में जॉब करते हो ना तो लोग आपको छोटू बोलते हैं मेरे पास कुछ भी नहीं था यानी

कि पैसे नहीं थे रिलेटिव नहीं थे फादर नहीं थे कोई अच्छा बैकग्राउंड नहीं था मन में एक चीज थी कि आज नहीं तो कल कल नहीं तो परसों मुझे रिस्पांस मिले एक इंसान जो लोवर बेचता था एक इंसान जो कि डिलीवरी बॉय का काम करता था और आज 3 साल [संगीत] बाद कैसे हो दोस्तों मेरा नाम है मोहम्मद अरवाज खान और आज आप तक आज तक जो आप मुझे देख रहे थे वो अरबाज ब्लॉग चैनल पर देख रहे थे जहां मैं आपको केवल इंडिया की नहीं बल्कि पूरी दुनिया की शेयर करा रहा था लेकिन आज मैं कुछ अपने बारे में आपसे बात करना चाहता हूं पहली बात तो यह मिले

 

Who is Arbaaz Vlogs:

आप मुझे अरबाज ब्लॉक के नाम से जानते हो लेकिन एगजैक्टली मेरा नाम है मोहम्मद अरबाज खान मैं रामपुर जिले यानी उत्तर प्रदेश में स्वार तहसील का रहने वाला हूं और जब मैं कुछ साल पहले की बात है जब मेरे पता चला कि मेरे फादर की डेथ हो गई है और उनको अल्सर था और अल्सर में क्या होता है कि वोमेट जब वो करते थे तो नॉनवेज के टुकड़े निकलते थे और यह बात

है लगभग 10 से लेकर 12 साल पुरानी तो आई वाज कंपलीटली आउट ऑफ मनी दैट टाइम हमारे पास कुछ भी नहीं था मैं घर में इकलौता हूं मेरी मॉम और मैं मॉम एजुकेशन कुछ नहीं थी सपने बड़े थे वो सपने इतने बड़े थे कि मैं उस समय एंकर बनना चाहता था सो डांस सीखने का ख्वाब था सिंगिंग सीखने का ख्वाब था लेकिन हमारे पास कुछ भी नहीं था उस समय यह सफर शुरू होता है 2015 से पहले फाइनली डिसीजन मैंने यह लिया कि मुझे दिल्ली आना चाहिए लेकिन यह सफर इतना आसान नहीं था क्यों क्योंकि ऊपर साया नहीं था फादर नहीं थे और घर में केवल अम्मी थी और पैसे नहीं

थे तो मुझे अभी भी ध्यान है कि जब मैं 2015 में ली आया था तो आई हैड ओनली र मेरे पास केवल रप थे और यह सफर शुरू होता है र से डेली में आना और ल्ली में रहकर सरवाइव करना इतना आसान नहीं था क्योंकि मेरे पास कुछ भी नहीं था कुछ भी नहीं था 10थ भी मैंने नहीं किया था उस समय मेरे पास रिलेटिव नहीं थे मेरे पास पैसे नहीं थे कुछ भी नहीं था बट एक चीज थी वो थी जुनून कि मुझे कुछ लाइफ में करना है 2015 तक मुझे खुद को पता नहीं था कि मुझे करना क्या है बट मैं डेल्ली आ गया |

Arbaaz Vlogs Career:

उसके बाद मैंने बहुत सारी जगह जॉब ढूंढी जॉब नहीं मिली मुझे अभी भी ध्यान है कि दिल्ली में बसंत गुज में एक थ्री स्टार होटल था द ग्रैंड होटल के द ग्रैंड होटल सॉरी फोर स्टार होटल था मैं वहां बैटर का काम करने गया य अभी आज तक आप लोगों को नहीं पता होगा तो मैंने वहां एक दिन काम किया और मुझे अभी भी ध्यान है कि मैं वहां से पेमेंट भी नहीं ले पाया |

उसके बाद मैंने बहुत सारी जॉब सर्च की जैसे जैसे अपनी जिंदगी को काट रहा था मन व्याकुल हो रहा था कि मैं लाइफ में कैसे आगे बढ़ पाऊंगा उसी के बाद आपको पता है जब नोटबंदी का दौर आया था उसके बाद मुझे लगा यार कि शायद मैं लाइफ में कुछ नहीं कर पाऊंगा फिर मैंने एक

कॉल सेंटर जो डोमेस्टिक कॉल सेंटर होते हैं ल्ली में फिर मैंने वहां ट्राई किया तो कई बार क्या डोमेस्टिक कॉल सेंटर में आपको जॉब मिल जाती है तो वहां हमारा क्या काम होता था कि हेल्थ इंश्योरेंस को बेचने का काम होता था और मैं वहां हेल्थ इंश्योरेंस बेचता था जहां मुझे केवल सैलरी जो थी 7000 के आसपास थी इंसेंटिव लक 000 मिलती थी बट मैं उस काम से खुश नहीं था क्यों क्योंकि उस काम में झूठ बोलना होता था और मेरा यह मन था कि मैं लाइफ में कभी झूठ नहीं बोलूंगा मैं आपको एक बात बताना चाहता हूं कि आप संदीप सर को जानते होंगे |

Arbaaz Vlogs Bussiness :

मैंने 2015 में उनका संदीप सर का एक शो अटेंड किया था लाइफ चेंजिंग सेमिनार और ल्ली में हुआ था और उस सम मेरे पास कुछ भी नहीं था सिर्फ जुनून था कुछ भी नहीं था और उस जुनून ने मुझे इतना कर दिया कि मुझे लाइफ में कुछ करना है अब क्या करना है यह मुझे पता नहीं था |

फिर मुझे डिसीजन मैंने डिसीजन लिया कि मैं जॉब कर नहीं सकता क्योंकि झूठ मिल रहा है एजुकेशन मेरी इतनी अच्छी नहीं थी कि मैं क्या करूं तो मैंने अपने दोस्त से कुछ पैसे इकट्ठे लिए किसी से 2000 लिए किसी से 1000 लिए उसके बाद मैंने टीशर्ट्स और लोवर का काम शुरू किया जाकिर नगर में तो जाकिर नगर में जो मार्केट होती वो शाम की होती है और एटली जो मैंने काम किया था |

उसे फल लगाना कहते हैं जहां आप शाम को कपड़े बेचते हो तो मैंने जो काम किया और और जो लोग काम कर रहे थे उसमें काफी डिफरेंसेस था मैं क्या करता था कि जब लोवर लेकर आता था तो वो 200 का ता था और मैं 250 बेचता था और मैं झूठ नहीं बोलता था

किसी ने कहा कितने का है मैंने कहा 50 का बोले कम कर लो भाई 50 के लिए तो काम करेंगे तो कई बार ना सेल नहीं हो पाती थी लेकिन उसके बाद जब ईमानदारी ना ये फॉर्मेट जो है ईमानदारी का काम करता है और उसके बाद उस बिलीफ ने काम किया मुझे जामिया के स्टूडेंट के फोन आने लगे और वह कहने लगे कि यार हमें हमारे लिए चार लोबर दे दो पाच लोबर दे दो वहां से मुझे कॉन्फिडेंस मिला कि नहीं सेल्स में झूठ की जरूरत नहीं है आप ईमानदारी से काम करो करो  |

Arbaaz Vlogs Youtube Journey:

अगर आपके पास कुछ नहीं है और अगर आप सच बोल देते हो ना तो सामने वाला इंसान कनेक्ट हो जाता है और यही से मुझे एक ग्रो मिली मैं क्या करता था शाम को लोवर बजता था और दिन में क्या करता था खाली था तो उस सम मेरे पास मोबाइल था तो हम बड़े-बड़े क्रिएटर को देखते थे youtube2 की बनी हुई है 2016 में मैंने अपना चैनल ओपन किया और मैंने पार्क में जाता था |

अशोका पार्क में और वहां जाकर मैं वीडियो शूट करता था मुझे उस समय बोलना भी नहीं आता था कॉन्फिडेंस लो था इंग्लिश मेरी इतनी अच्छी नहीं थी प्रोनंसिएशन बहुत ज्यादा कमजोर थी लेकिन उसके बाद मैं डेडिकेट तरीके से काम करता था मैं डेली वीडियो बनाता था और मुझे आउटपुट से मतलब नहीं था क्योंकि मैं तो र को जानता ही नहीं था कि य की पावर क्या होती है मैं सिर्फ शाम को लोवर बेचता था दिन में वीडियो बनाता था उसके बाद क्या हुआ कि जब नोटबंदी कंप्लीट हो गई उसके बाद मुझ काम में तरक्की तो मिली लोवर के काम में लेकिन

मुझे थोड़ा लॉस हुआ क्योंकि फाइनेंशली सपोर्ट के लिए कोई नहीं था तो मैंने डिसाइड किया कि मैं अब यहां से मुझे बैंगलोर जाना है और फाइनली क्या हुआ 2018 में यानी दो साल बाद मैं बेंगलोर चला गया बेंगलोर में मैंने लुमिनस जो होते हैं यूपीएस बैटरी होती है वहां पर मैंने डिलीवरी बय का काम किया और मुझे वहां जॉब मिल गई मैं एक बात कहना चाहता हूं कि लोग कहते हैं कि आपने भगवान को देखा है मैंने एक इंसान के अंदर भगवान की एक झलक देखी है वो मेरे बॉस हैं जिनका नाम है संजय पटेल उन्होंने मुझे जॉब दी वहां बेंगलोर में सैलरी बोली 00 बट वो मुझे 000 सैलरी देते

थे तो मैं वहां क्या करता था मैं डिलीवरी बय का काम करता था यानी सुबह झाड़ू पोछा लगाने का काम होता था दिन में मैं माल पहुंचाता था उनकी कस्टमर को यानी जो डिस्ट्रीब्यूटर थे उनके पास यानी हम डीलर थे हमारा काम था डिस्ट्रीब्यूटर तक माल पहुंचाना और उसकी मुझे सैलरी मिलती थी लेकिन अंदर एक आग लगी हुई थी कि लाइफ में कुछ करना है क्या करना है फॉर्मेट तो मिल गया था कि क्योंकि यही एक आम इंसान की एक आवाज का प्लेटफार्म है हुआ |

Arbaaz Vlogs Video Consistency:

क्या दोस्तों मैं संडे को वहां पर पार्क में जाकर के वीडियो बनाता था सात वीडियो बनाता था यानी संडे को वीडियो बनाता था मंडे संडे से लेकर थर्सडे तक यानी संडे को अपलोड करूंगा मंडे को करूंगा ट्यूसडे को करूंगा सैटरडे को करूंगा संडे ही मिलता था मुझे तो मैं छ से लेकर सात वीडियो बनाता था और उसको उसी दिन एडिट करने के बाद सबको अपलोड कर देता था  |

अनलिस्टेड करके और मैं उसको डेली एक वीडियो अपलोड करता था तो लोगों को यह लगता था कि मैं डेली काम कर रहा हूं य पर और दोस्तों मेरे सफर में एक चीज मैंने मैसेज की कि आपकी डेडिकेशन काम करती है शुरू के दो तीन महीने मुझे कोई रिस्पांस नहीं मिला बट मन में एक चीज थी कि आज नहीं तो कल कल

नहीं तो परसों मुझे रिस्पांस मिलेगा और यही हुआ कि हमारी जो कंपनी थी उसका एग्रीमेंट एक साल का था यानी 11 महीने का था हमारे बॉस ने वह कंपनी वापस कर दी और उस समय मेरी जॉब जो थी वो भी चली गई तो मुझे ध्यान है कि मैंने कर एक वीडियो बनाई कि आज हम बेरोजगार हो गए और मैंने अपनी बात रखी व लोगों ने इतनी पसंद की कि उस वीडियो को वायरल कर दिया और उस वीडियो पर एक लाख व्यूज आ गए आप यकीन मानिए उस एक वीडियो से मेरा मोनेटाइज ऑन हुआ और मेरी पहले महीने की जो सैलरी थी वो ू से आई व उस समय 0 का डॉलर था तो मेरे 0 र के आसपास

उस समय बने थे पहले महीने की सैलरी आई वहां से मेरा कॉन्फिडेंस बढ़ा और इस कॉन्फिडेंस में सबसे बड़ा जो हाथ था मेरे सर का था उन्होंने मुझे बहुत कोऑपरेट किया उसके बाद फिर मैं ल्ली मूव हो गया वहां काम करने लगा और काम करते करते करते एक वक्त यह आया कि मुझे लगा कि नहीं मुझे केवल इंडिया का जो कल्चर है व तो दिखाना है लेकिन मुझे इससे आगे भी कुछ और करना है और वह सफर था इंडिया से बाहर का अमूमन तौर पर बहुत सारे यूटर क्या करते हैं वह किसी और कंट्री जाते हैं बट मैंने इजिप्ट का डिसीजन लिया कि मुझे इजिप्ट जाना है |

Arbaaz Vlogs Gulf Tour Experience:

मैं वहां इजिप्ट गया तो मुझे ध्यान है कि जब इजिप्ट गया था तो उससे मेरे पास इतने पैसे नहीं थे और मेरे पास कुछ भी नहीं था सही मानों में कि एक सरवाइव तो कर रहा था मैं 00000 महीना 00 महीना मतलब इजिप्ट जाने के लिए मेरे पास एक से लेकर ढ लाख रप होने चाहिए थे बट उसी समय कुछ ऐसे लोग आए जिन्होंने मुझसे हेल्प के लिए कहा कि हम आपकी हेल्प करना चाहते हैं बट कहना और उसको एक्चुअल में करना बहुत अंतर होता है आप यकीन मानिए मैंने जो टीशर्ट लोवर का काम किया था मैंने वो काम दोबारा स्टार्ट किया अभी बहुत सारे लोगों को पता नहीं है

मैं दिन में ब्लॉगस बनाता था और रात को वो लोवर बेचता था और मैंने अपने आप को छुपाया कि मैं मैं एक्चुअली आई एम अ यूटर मैंने दिल्ली में दिल्ली लाल किले में मैंने लोगों के फोटो भी खींचे एक एक दिन में मैंने न 300 4400 कमाए सिर्फ यह चीज महसूस करने के लिए कि मुझे लाइफ में कुछ करना है और दोस्तों जब आप मेहनत करते हो ना तो वह चीज आपके सामने लाइफ में आती है कुल मिलाकर मैंने पैसा इकट्ठा किया और मैं इजिप्ट गया इजिप्ट जाने से पहले मेरे ब्लॉग्स पर जो व्यूज आते थे एवरेज 10000 15000 200 हज वीडियो वायरल भी हो जाती थी

लेकिन लेट होती थी लेकिन कुछ ही वीडियो वायरल थी जैसे जब मैंने वीडियो बनाई थी बेंगलोर में वो वाली वायरल थी और कुछ थी पुलवामा अटैक वाली वीडियो वायरल थी लेकिन एक एवरेज व्यूज 10 15 हज आते थे लेकिन जब मैं इजिप्ट गया तो मेरा चैनल जो है रॉकेट की तरह उड़ने लगा और दैट टाइम आई क्राइड मुझे लगा कि यार अरबाज में एक सपना तो नहीं देख रहा हूं मेरे साथ क्या हो गया और जब वहां से मुझे रफ्तार मिली तो ऐसी मिली कि मेरे एक एक महीने में 202 मिलियन 3030 मिलियन व्यूज थे |

लेकिन उसके साथ मुझे एक डर भी रहता था डर यह रहता था कि जब आप आगे बढ़ते हो तो क्रिटिसिजम भी होता है क्योंकि मेरे आगे पीछे कोई भी कुछ नहीं था और सबसे बड़ी चीज थी कि मुझे अपने भारतीय कल्चर को प्रमोट करना है मैं जो बनाऊ अपने भारत संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए बनाऊ मेरी अपनी ये सोच थी कि मुझे कुछ भी हो जाए अपने भारत को आगे बढ़ाना है |

Arbaaz Vlogs Gulf First Video:

 मैं इजिप्ट कर रहा था उसके बाद मैं जर्डन किया उसके बाद मेरा इजराइल का बीजन नहीं मिला उसके बाद मैंने दुबई किया उसके बाद इराक किया आज मैं छह कंट्री घूम चुका हूं एक इंसान जो लोवर बेचता था एक इंसान जो कि डिलीवरी बॉय का काम करता था और आज 3 साल

बाद उसे छ साल देश घूमने का मौका मिला यह मेरे लिए सक्सेस का पैरामीटर हो सकता है लेकिन इससे बड़ा पैरामीटर यह है कि आज मुझे जोश मार्ट ने मुझे मंच दिया है इस चीज को मैं सबसे बड़ा प मैटर मानता हूं जब हम लोगों के वीडियो मैं पिछले एक साल से जो स्टॉक को फॉलो कर रहा हूं मैं वीडियो देखता था मैं सोच यार कब मौका आएगा यार क्या पैरामीटर होना चाहिए क्या करना पड़ेगा ऐसा और आपको पता है कुछ दिन पहले पोस्ट भी डाली थी जहां मैंने जिक्र किया था हर फील्ड में ना कुछ बाहुबली होते हैं हम जिस लेकिन ऐसे में अपनी खुद की एक जगह बनाना

वो इतना आसान नहीं था और बिना किसी सपोर्ट के लेकिन कहते हैं ना कि अगर आप अंदर से अच्छे हो तो रब भी आपको एक मौका देता है और वह रब ने मुझे मौका दिया और उसके बाद आप लोगों ने जो मुझे प्यार दिया आप लोगों ने जो मुझे कोऑपरेट किया ना बहुत अच्छा लगा मुझे ध्यान है परसों तरस मैंने फे पोस्ट डाली थी और आज मैं सुबह उठा तो पता चला कि जो स्टोक की तरफ से एक मेरे पास मैसेज आया आप फरिश्ते कह सकते हो और आई लिटरली क्राइड कि हम आपकी वीडियो देखते हैं और आप आइए हम चाहते हैं कि जो लोग इतना स्ट्रगल करके जिंदगी में कुछ बड़े हैं |

Arbaaz Vlogs

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और हम उनको मंच देना चाहते हैं यह अपने आप में एक बहुत बड़ी सक्सेस होती है आज जितने क्रिएटर है उनके पास बहुत कुछ है मेरे पास भी बहुत कुछ है लेकिन और लोगों के मुकाबले कम है लेकिन वो सक्सेस का पैरामीटर नहीं है पैरामीटर यह है क्या आज आप भी मुझे पसंद करते हो आप मुझे प्यार करते हो youtube4 स्टार होटल में तो लोगों ने मुझे छोटू बोला था और आज मुझे लोग अरबाज के नाम से जानते हैं अरबाज बल बनाते हैं तो छोटू से अरबाज ब्लॉक का जो सफर है वह इतना आसान नहीं रहा इसमें अप्स आए डाउंस आए सब कुछ आए

 लेकिन अब मैं यह बताना चाहता हूं कि मेरी तरक्की का क्या राज है मैं कैसे ग्रो कर पाया क्योंकि एक्चुअल में जो स्टॉक का मकसद यह है लोगों को मोटिवेट करना उनको बढ़ावा देना मैंने जो तरक्की की दो चीज थी मेरे पास कुछ भी नहीं था पैसा नहीं था कुछ भी नहीं था एक डेडिकेशन थी अरबाज ब्लॉक को मैं लोग कहते हैं अरबाज ब्लॉक से आपका क्या रिलेशन है |

 

Arbaaz Vlogs Motivation:

 अरबाज ब्लॉक कौन है अरबाज ब्लॉक मैं ही हूं बट अरबाज ब्लॉक एक सोच है और मैं उसका एक नौकर हूं मैं डेली उसके लिए काम करता हूं आंधी आए तूफान आए मैं डेली ब्लॉक देता हूं पिछले एक साल के अंदर मैंने एक दिन की भी छुट्टी नहीं की है 365

दिन में आंधी भी आई होगी तूफान भी आया होगा कहीं नेटवर्क प्रॉब्लम भी हुई होगी कहीं मेरे पास डाटा भी नहीं होगा कहीं मुझे ब्लॉगस भी नहीं बना होगा लेकिन मैं मानता हूं कि लोग मुझसे प्यार करते हैं और मेरी वीडियो का वेट करते हैं यह होती है डेडिकेशन मैंने डेली ब्लॉग दिया है अगर मैं आज यहां आया हूं तो मैंने एक ब्लॉग शूट किया है यह शाम को ब्लॉग शूट होगा व डेली डालेगा डेडिकेशन जब आप करते हो ना तो लाइफ में एक चीज मिलती है तो एगजैक्टली मैं अरबाज ब्लॉग का नौकर हूं जो मैं अरवाज बलक के लिए काम कर रहा हूं |

और यह काम करना यह इतना आसान है नहीं तो यह मेरी स्टोरी थी जो मैंने आपको बताई और मैं मल आई लिटरली मैं इतना इमोशनल हूं अंदर से कि अगर मैं ज्यादा बात करूंगा ना आपसे तो मैं बहुत इमोशनल हो जाऊंगा जब मैं यहां पर खड़ा हूं तो मुझे ऐसा लग रहा है कि अभी भी लाखों लोग जो इस वीडियो को देखेंगे ना वो एक बार अंदर से रोएंगे और वो कहेंगे यार यह बंदा हमारी आवाज है यह बंदा हमारे बीच से उठकर गया है मतलब जब मैं कोई चीज लेता हूं खरीदता हूं अभी मैंने कार ली है मैंने बाइक ली थी मैंने प्रॉपर्टी ली तो मुझे ऐसा लगता है कि उसका एक अंश ना आपका भी है |

 

Mohammad Arbaaz Followers:

आपकी दुआओं का है आपने जो मुझे प्यार दिया उसका एक हिस्सा है और वो हिस्से के लिए मैं आपके साथ जीना चाहता हूं यही मेरी कहानी है और यह मेरी छोटी सी स्टोरी थी जो मैंने आपको बताई दोस्तों मैं एक बात आपसे कहना चाहता हूं और यह पर्सनली मैं कहना चाहता हूं क्योंकि मैं जहां से उठकर आया हूं एक गांव से बंदा उठकर आया मेरे पास कोई भी सोर्सेस नहीं थे मेरे पास कुछ भी नहीं था यानी कि पैसे नहीं थे रिलेटिव नहीं थे फादर नहीं थे कोई अच्छा बैकग्राउंड नहीं था और यह वीडियो आप लोग देख रहे हैं और मुझे पता है कि ऐसे कितने लोग होंगे जिसके

अंदर कुछ जुनून होगा करने का स्पेशली मैं बात कर रहा हूं मेरे छोटे जैसे जिस छोटे से गांव से मैं उठकर आया हूं ऐसे गांव से आपके अंदर बहुत सपने होंगे और मैं मानता हूं कि बहुत सारे लोगों के पास रिसोर्स नहीं होते पैसा नहीं होता है बहुत कुछ नहीं होता है लेकिन मैं फिर भी मैं अपने तजुर्बे से कह सकता हूं कि आप वो कुछ वो सब कुछ पा सकते हो जो आप पाना चाहते हो और उसके लिए होती है |

 

 

 

 

 

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