Rosa Parks biography in Hindi 2025, Rosa Parks Childhood

Rosa Parks biography in Hindi 2025:

रोजा पार्क्स (Rosa Parks) का नाम अमेरिकी नागरिक अधिकार आंदोलन (Civil Rights Movement) में एक महत्वपूर्ण क्रांति का प्रतीक है। उनकी एक छोटी सी असहमति ने नस्लीय भेदभाव के खिलाफ बड़ी लड़ाई की नींव रखी।

1 दिसंबर, 1955 को अलाबामा के मोंटगोमरी शहर में एक बस में सफेद यात्री के लिए अपनी सीट छोड़ने से मना करने के कारण उनकी गिरफ्तारी हुई, जिसने पूरे अमेरिका में नस्लीय समानता के लिए आंदोलन को जन्म दिया।

इस लेख में हम रोजा पार्क्स के जीवन, उनके संघर्ष और नागरिक अधिकार आंदोलन में उनके योगदान को विस्तार से जानेंगे।

Rosa Parks Childhood:


रोजा पार्क्स का जन्म 4 फरवरी, 1913 को अलाबामा, अमेरिका में हुआ था। उनका पूरा नाम रोजा लुईस मैककॉले पार्क्स था। उनके माता-पिता शिक्षक थे, और उन्होंने बचपन से ही नस्लीय भेदभाव का सामना किया। उस समय अमेरिका में जिम क्रो कानून (Jim Crow Laws) के तहत काले और गोरे लोगों के लिए अलग-अलग सुविधाएं थीं |

जैसे स्कूल, अस्पताल, पब्लिक ट्रांसपोर्ट और यहां तक कि पीने के पानी के नल भी अलग होते थे। रोजा ने अलाबामा के एक स्कूल में पढ़ाई की, लेकिन उस समय काले बच्चों के लिए शिक्षा प्राप्त करना बहुत मुश्किल था। उन्होंने अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी क्योंकि उनकी माँ बीमार हो गईं और उन्हें परिवार की देखभाल करनी पड़ी।

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What is Rosa Parks know For:

रोजा पार्क्स ने NAACP (National Association for the Advancement of Colored People) के साथ काम करना शुरू किया, जो एक संगठन था जो काले अमेरिकियों के अधिकारों के लिए लड़ता था। वह इस संगठन की सचिव भी बनीं और नस्लीय अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने लगीं।

Rosa parks Story :1 दिसंबर, 1955

उस दिन रोजा पार्क्स काम से लौट रही थीं और मोंटगोमरी शहर की बस में सवार हुईं। उस समय बसों में काले यात्रियों को पीछे बैठना पड़ता था, और अगर कोई गोरा यात्री आता तो उन्हें सीट छोड़नी पड़ती थी। जब ड्राइवर ने रोजा से सीट छोड़ने को कहा, तो उन्होंने मना कर दिया। इसके बाद पुलिस को बुलाया गया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

इस घटना ने मोंटगोमरी बस बहिष्कार (Montgomery Bus Boycott) को जन्म दिया, जिसमें काले समुदाय ने 381 दिनों तक बसों का बहिष्कार किया। इस आंदोलन का नेतृत्व मार्टिन लूथर किंग जूनियर ने किया, जो उस समय युवा नेता थे। अंततः अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने बसों में नस्लीय भेदभाव को असंवैधानिक घोषित कर दिया।


What is Rosa Park famous for:

रोजा पार्क्स को “नागरिक अधिकार आंदोलन की माँ” कहा जाता है। उनकी साहसिक घटना ने पूरे अमेरिका में नस्लीय समानता के लिए आंदोलन को तेज कर दिया। उन्हें कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया, जिनमें शामिल हैं:

  • प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम (1996)
  • कांग्रेसनल गोल्ड मेडल (1999)

उन्होंने अपनी आत्मकथा “Rosa Parks: My Story” भी लिखी, जिसमें उन्होंने अपने संघर्षों को विस्तार से बताया।


Rosa Parks Death and memory:

रोजा पार्क्स का निधन 24 अक्टूबर, 2005 को हुआ। उन्हें अमेरिकी इतिहास में एक महान नायिका के रूप में याद किया जाता है। उनकी कहानी आज भी लाखों लोगों को साहस और न्याय के लिए लड़ने की प्रेरणा देती है।


Conclusion:

रोजा पार्क्स ने सिर्फ एक बस में सीट नहीं छोड़ी, बल्कि उन्होंने पूरी दुनिया को यह सिखाया कि छोटे-छोटे विरोध भी बड़े बदलाव ला सकते हैं। उनका जीवन हमें यह याद दिलाता है कि अन्याय के खिलाफ आवाज उठाना कितना जरूरी है।

आज भी उनकी विरासत दुनिया भर में मानवाधिकारों के लिए लड़ने वालों को प्रेरित करती है।

“कभी भी डर के कारण सही काम करने से पीछे न हटें।” – रोजा पार्क्स

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